weight loss : मोटापा कम करने के लिए कहीं सेहत के साथ तो नही कर रहे खिलवाड़, थकान और कमजोरी है पहला लक्षण
weight loss : वजन कम करना सेहत के लिए फायदेमंद ही साबित होता है। लेकिन कई बार वजन कम करने का कुछ ऐसा जुनून हावी हो जाता है कि व्यक्ति अपनी सेहत के साथ ही खिलवाड़ करना शुरू कर देता है। आप वजन करने के लिए डाइट, एक्सरसाइज तो करे, लेकिन जाने अंजाने आप अपने सेहत के साथ तो खिलवाड़ नहीं कर रहे। इस बात का आपको ध्यान रखना होगा। क्यांकि कहीं ऐसा न हो कि आपको जब इस बात का एहसास हो तब तक बात हांथ से निकल जाए। अपने लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं कि वजन कम करने के दौरान ऐसे कौन से लक्षण है जो कि आपके लिए खतरे का संकेत हैं।
Weight loss : क्यों आती है कमजोरी और थकान
ऐसा कहा जाता है कि वजन कम करने वालों को ऐेसे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए जिसमें कार्बस और फैट हो। यह सही भी है। कार्बस और फैट का अधिक सेवन वजन कम करने की यात्रा में बाधक साबित होता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि आप पूरी तरह से ही इसका उपयोग करना छोड़ दे। अगर आपने पूरी तरह से कार्बस और फैट कम कर दिया तो इससे आपके शरीर में जरूरी पोशक तत्वों की कमी हो जाएगी। जिसके कारण आपको कमजोरी और थकान आने लगेगी। इसके लिए आपको कैलोरी काउंट करना आना चाहिए। एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही डाइट प्लान करना चाहिए। कार्बोहाइड्रेट की वजह से शरीर में सेरेटोनिन बनता है। यह एक हैप्पी हार्मोन है। डाइट में जब हम कार्बस कम करते हैं तो सेरेटोनिन कम होने लगता है। इससे हम कमजोर और थकान महसूस करने लगते हैं।
Weight loss : पानी की कमी
पानी की कमी या डिहाईड्रेशन भी थकान और कमजोरी का कारण है। जब हम वजन कम करने के लिए ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी की कमी के कारण बॉडी सेल्स में विटामिन्स और मिनरल्स नहीं पहुंच पाते। जिसके कारण थकान और कमजोरी होती है।
Weight loss प्रोटीन
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। एक्सरसाइज के कारण मसल्स ब्रेक डाउन होने लगते हैं। ऐसे में कमजोरी आना स्वभाविक है। इससे बचने का तरीका यही है कि ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन अधिक से अधिक करे, जिसमें प्रोटीन अधिक मात्रा में हो। इससे मसल्स ब्रेक डाउन की समस्या भी दूर होगी।
Weight loss: स्ट्रेस
वजन कम करने वाले लोगों को स्ट्रेस से बचने की सलाह दी जाती है। स्ट्रेस एक मनोवैज्ञानिक समस्या है, जिसके कारण इससे होने वाले नुकसान तो हमे तत्कालिक रूप से नहीं दिखाई देते। लेकिन स्ट्रेस के कारण मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है। जिससे एनर्जी नहीं मिल पाती। एनर्जी न मिलने के कारण कमजोरी की समस्या देखने को मिलती है। इसलिए वजन कम करने वाले लोगों को स्ट्रेस से बचना चाहिए।