Thyroid And Its Home Remedies : थायराइड बीमारी का समय पर ईलाज है जरूरी, इन घरेलू उपचार से होगा फायदा
Thyroid Problems : आज के समय में थायराइड की बीमारी आम होती जा रही है। पहले के समय में जहां बहुत ही कम इस बीमारी के बारे में सुनने को मिलता था, अब यह बीमारी बहुत ही कॉमन होती जा रही है। यहां यह बताना जरूरी है कि गर्दन के निचले हिस्से में थायराइड ग्रंथि पाई जाती है। पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं में थायराइड की समस्या अधिक देखने को मिलती है। समय पर अगर इस बीमारी का ईलाज न कराया जाय तो तकलीफ और अधिक बढ़ सकती है। घरेलू उपायों से भी थायराइड की समस्या को दूर किया जा सकता है। घरेलू उपचार के बाद भी अगर थायराइड की समस्या दूर नहीं होती तो चिकित्सक से परामर्श कर मरीज को अपना ईलाज कराना चाहिए।
क्या है कारण
Thyroid Causes : थायराइड बढ़ने का एक अहम कारण उम्र है। बढ़ती उम्र के साथ उम्रदराज महिलाओं के थायराइड होने की समस्या अधिक होती है। दूसरा कारण गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन अधिक देखने को मिलता है। महिलाओं के हार्मोंस में परिवर्तन होते हैं। इसी हर्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं में थायरॉइड होने का खतरा बढ़ जाता है। एंटीबायोटिक्स दवाओं का अधिक उपयोग भी थायराइड का तीसरा कारण है। खराब लाइफ स्टाइल, आयोडीन की कमी, अनुवांशिकता, वायरल इनफेकशन, भी थायराइड के कारण बनते हैं।
क्या है लक्षण
Symptoms Of Thyroid : अब सबसे जरूरी बात कि आप यह कैसे पहचानेंगे कि आपको थायराइड की समस्या है। कुछ लक्षणों की मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपको थायराइड की समस्या है या नहीं। थायराइड के लक्षणों में चिड़िचिड़ापन, घबराहट, पसीना आना, दिल की धड़कन का बढ़ जाना, अनिद्रा, अचानक से वजन कम होना, मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द का बने रहना इसके सामान्य लक्षण है। इसके अलावा बालों का झड़ना, थकान, ज्वाइंट पेन, आंखो और चेहरे में सूजन, ब्लड कोलेस्ट्राल बढ़ना, कब्ज, लंबे समय तक स्ट्रेस बने रहना, अनियमित पीरियड स, कमजोर याददाश्त थायरॉइड के लक्षण है।
घरेलू उपचार (Home Remedies Of Thyroid)
लौकी (Bottle Gourd )– आयुर्वेद के अनुसार थायरॉइड की समस्या को दूर करने में लौकी बहुत ही फायदेमंद होती है। इसके लिए आपको सुबह के समय खाली पेट लौकी का जूस पीना होगा। इसमें पाए जाने वाले पोशकतत्व थायराइड में राहत प्रदान करते हैं।
धनियापत्ती (Coriender Leaves )– बाजार मेंं मिलने वाली धनियापत्ती थायराइड में काफी फायदा पहुंचाता है। इसके लिए आपको ताजा हरा धनिया बारीक पीस लेना है। इसके बाद प्रतिदिन एक गिलास पानी में घोल कर इसे पीना है।
आयोडीन (Iodine)– आपने यह तो पढ़ा ही होगा कि आयोडीन की कमी से थायराइड रोग होता है। आप यह भी जानते हैं कि नमक से आप आयोडीन की कमी को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा प्याज, टमाटर, लहसुन में भी आयोडीन पाया जाता है।
हल्दी (Haldi )– हल्दी को एंटीबायोटिक तत्व पाए जाते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाए जाते हैं। यह थायरॉइड को नियंत्रित करने का काम करते हैं। महिलाओं को थायरॉइड से बचना है तो प्रतिदिन रात के समय सोने के पहले हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।
सारांश- थायराइड अब एक आम बीमारी बनती जा रही है। समय पर ईलाज किया जाय तो आसानी से राहत मिल सकती है। समस्या तब होती है जब समय पर ईलाज न किया जाय। घरेलू उपचार के बाद भी अगर बीमारी ठीक नहीं हो रही तो आपको चिकित्सक के पास जाना चाहिए। आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि आपको यह बीमारी हो ही न। इसके लिए अपने खान-पान की आदतों में सुधार लाएं। घर का स्वच्छ खाना खाएं।