irregular periods problem : विटामिन डी की कमी बन सकती है अनियमित पीरियड्स का कारण, कहीं आपके साथ तो नहीं हो रहा ऐसा
irregular periods problem : कई महिलाओं में अनियमित पीरियड्रस की समस्या देखने को मिलती है। लगातार अगर यह समस्या देखने को मिले तो इस समस्या का एक कारण विटामिन डी कमी भी हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। हर विटामिन अपना महत्व और फायदे हैं।
विटामिन डी की कमी के कारण महिलाओं को अनियमित पीरियड्रस की समस्या हो सकती है। पीरियड्रस साइकिल बेहतर तरीके से काम करे, इसके लिए विटामिन डी बहुत जरूरी है। विटामिन डी में पाया जाने वाला रिसप्टर्स यूट्रस और ओवरी में हार्मोन्स प्रोडक्शन में मदद करता है। ये हामोन्स महिलाओं के पीरियड्रस साइकिल को मेंटेन रखने का काम करता है। यही कारण है कि अगर शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाय तो पीरियड्रस साइकिल बिगड़ जाता है।
रखता है बैलेंस
irregular periods problem : विटामिन डी हामोन्स के प्रोडक्शन के साथ ही उन्हें बैलेंस रखने का काम भी करता है। विटामिन डी से बॉडी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रान हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है। जिससे पीरियड्रस नियमित तौर पर नहीं आता।
धूप है जरूरी
irregular periods problem : अगर आप दवाई के रूप में विटामिन डी नहीं खाना चाहते तो आपको प्राकृतिक रूप से विटामिन डी लेना चाहिए। धूप में विटामिन डी पाया जाता है। दोपहर की धूप में 15 से 20 मिनट तक रहने से विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है। इसलिए धूप में रह कर आप विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं। हम बताना चाहेंगे कि एक्सरसाइज के बाद निकलने वाला पसीना सूर्य के प्रकाश के अवशोषण को बढ़ाने का काम करता है। जो कि व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने का काम करता है।
इन खाद्य पदार्थों का करे सेवन
irregular periods problem : धूप के अलावा कुछ खाद्य पदार्थों में भी विटामिन डी पाया जाता है। आप अपने डाइट में विटामिन डी से भरपूर डाइट को शामिल कर सकते हैं। अंडे की जर्दी, सोया, फिस, मूली के पत्ते में विटामिन संतरा में विटामिन डी पाया जाता है। आप इनका उपयोग भोजन मे ंकर सकते हैं।
और भी हैं फायदे
irregular periods problem : अनियमित पीरियड्रस को सही करने के लिए तो विटामिन डी जरूरी है ही साथ ही इसके और भी अधिक फायदे हैं। विटामिन डी का रासायनिक नाम कैल्सिफेरॉल है। यह वसा में घुलनशील विटामिन है। कैल्सियम के अवशोषण का काम विटामिन डी ही करता है। हड्रिडयों की मजबूती के लिए यह बहुत ही जरूरी है। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्रस और बड़ां में ऑस्टियोमलेशिया नामक रोग होता है।