Heart Attack In Youth : युवाओं में बढ़ रही हार्ट अटैक की बीमारी, जानिए क्या कहते हैं कार्डियोलॉजिस्ट
heart attack in youth : युवाओं में एक बड़ी बीमारी काफी तेजी के साथ बढ़ी है। यह बीमारी है हार्ट अटैक (heart attack in youth ) की। देखने में आया है कि आज कल 20 वर्ष के युवाओं को भी हार्ट अटैक आ रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की माने तो पिछले कुछ वर्षों में युवा वर्ग में हार्ट अटैक की समस्या सबसे अधिक देखने को मिली है। अनियमित जीवनशैली सहित कई अन्य कारण इस बीमारी के लिए जिम्मेदार होते हैं। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल रीवा में पदस्थ कार्डियोलॉजिस्ट डा. व्हीडी त्रिपाठी ने हमें युवाओं में हार्ट अटैक के कारणों और उसके उपचार (heart attack cause and relief) के बारे में विस्तार से बताया।
फिजिकल एक्टिविटी
physical activity : आज के युवाओं में फिजिकल एक्टिविटी काफी कम हो गई है। उनका अधिकतर समय मोबाइल, कम्प्यूटर, लैपटॉप में काम करने में ही बीतता है। युवा वर्ग बैठ कर ही अधिकतर काम करते हैं। युवाओं में चलने, फिरने की आदत नहीं होती। अगर पास में भी कहीं जाना है तो वह बाइक या कार का उपयोग करते हैं। फिजिकल एक्टिविटी का कम होना हार्ट अटैक का एक अहम कारण है।
जंक फूड

heart attack in youth : युवाओं में बाहर का खाना खाने की आदत पिछले कुछ समय में काफी तेजी के साथ बढ़ी है। युवा वर्ग पिज्जा, बर्गर, चाउमीन, मोमोज के अलावा बाहर का तला-भुना खाना अधिक खाते हैं। ये जंक फूड सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक (side effect of junk food ) होते हैं। विशेष रूप से हार्ट के लिए। जंक फूड की वजह से नसें ब्लॉक हो जाती हैं। जिससे हार्ट की बीमारी की संभावना बनी रहती है।
धूम्रपान (smoking)
smoking for heart : धूम्रपान सीधे हार्ट को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। धूम्रपान करने वालों की नसें ब्लॉक हो जाती है। जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
मोटापा (obesity)
obesity for heart : जिन लोगों का वजन अधिक होता है। ऐसा कहें कि मोटापे से परेशान लोगों में हार्ट की बीमारी की संभावना अधिक रहती है। आज के युवा वर्ग में मोटापा काफी तेजी के साथ बढ़ा है। युवाओं को चाहिए कि अगर वह हार्ट की बीमारी से बचना चाहते हैं तो अपने वजन को नियंत्रित रखें।
मानसिक तनाव (mental stress)
heart attack due to mental stress : हार्ट अटैक की एक अहम वजह मानसिक तनाव भी होता है। यह तनाव पढ़ाई, रिलेशन, कैरियर, फैमिली प्राब्लम, आर्थिक परेशानी किसी कारण से भी हो सकता है।
डायबिटीज (diabetes)
heart attack in youth : ऐसे लोग जो कि डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा काफी रहता है। इसीलिए शुगर के मरीज को अपने हार्ट का विशेश ध्यान देना चाहिए।
अनुवांशिकता (geneticks)
heart attack in youth : कई ऐसे लोग भी होते हैं जिनमें उक्त समस्याएं नहीं होती, इसके बाद भी वह हार्ट की बीमारी से पीड़ित होते हैं। इसका कारण अनुवांशिकता होता है। अगर माता-पिता में यह बीमारी थी तो संभव है कि बच्चों में भी हार्ट की बीमारी होगी।
उपचार
व्यायाम (exercise)

heart attack in youth : युवा वर्ग अगर यह चाहता है कि उसका हार्ट हेल्दी रहे तो उसे अपनी फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देना होगा। युवाओं को वॉकिंग, साइकिलिंग, योग, प्राणायाम आदि को अपने जीवन में शामिल करना होगा।
जंकफूड से दूरी
heart attack in youth : जंकफूड सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। युवा वर्ग को यह पहले तो समझ में नहीं आता, लेकिन लंबे समय तक अगर जंकफूड का सेवन किया जाय तो इससे हार्ट को नुकसान होता है। युवाओं को चाहिए कि वह जंकफूड से दूर रहे। इससे मोटापा भी नहीं होगा।
नहीं लेना है तनाव
heart attack in youth : युवाओं की एक बड़ी समस्या यह है कि वह अनावश्यक तनाव पाल लेते हैं। युवाओं को चाहिए कि किसी भी प्रकार का तनाव अपने जीवन में न ले। इसके लिए युवा वर्ग योग, ध्यान का सहारा ले सकते हैं।
चीनी और नमक करें परहेज

heart attack in youth : युवाओं को अपने खान पान की आदतों में सुधार लाना होगा। इसके लिए युवाओं को खाने में नमक और चीनी की मात्रा के कम करना होगा। सेहत के लिए चीनी और नमक बहुत ही नुकसानदायक होते हैं।