effect of mobile on brain : मोबाइल से बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है असर, लांग टर्म में आती है समस्या
effect of mobile : मोबाइल आज के समय में लोगों की जरूरत बन चुका है। मोबाइल का अगर सकरात्मक पक्ष है तो इसके नकरात्मक पक्ष भी है। बच्चों में तो मोबाइल का बहुत ही अधिक साइड इफेक्ट देखनें को मिल रहा है। विशेष रूप से मोबाइल का असर बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। जब मोबाइल का साइड इफेक्ट बच्चे के मेंटल हेल्थ पर होता है तो इसका प्रभाव बच्चे के शारीरिक स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है।
होता यह है कि कई बार बच्चे किसी कारण से रोने लगते हैं या माता-पिता किसी काम में बिजी होते हैं और उनका बच्चा किसी बात पर जिद करने लगता है या रोने लगता है तो माता-पिता अपना मोबाइल बच्चे को देते हैं। जिसके बाद बच्चा शांत हो जाता है।
यहां से बच्चे के मोबाइल देखने की लत शुरू हो जाती है। समस्या तो यह है कि माता-पिता 2 से 3 साल के बच्चे तक को मोबाइल देखने के लिए दे देते हैं। बिना यह सोचे कि इसका असर उनके बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर क्या होगा। शुरूआत में तो कुछ नहीं होता। लेकिन कुछ समय बाद इसका असर देखने को मिलने लगता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको मोबाइल से बच्चों को होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में बताएंगे।
मोटापा (obesity)
side effect of mobile in hindi : मोबाइल के कारण बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही फिजिकल स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। होता यह है कि मोबाइल देखने वाले बच्चे बाहर जाकर खेलने में दिलचस्पी नहीं दिखाते वह घर में रह कर ही घंटो तक मोबाइल देखना पसंद करते हैं। जिसके कारण बच्चे की फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। समय के साथ बच्चा मोटापे का शिकार हो जाता है।
हो जाते हैं जिददी (they become stubborn)
addiction in mobile : जिन बच्चों को मोबाइल देखने की लत हो जाती है वह इसके बिना रह ही नहीं सकते। अगर उनसे मोबाइल ले लिया जाय तो वह रोने लगते हैं। कई बार तो वह चीजों को फेंकने लगते हैं। ऐसे बच्चों में चिड़चिड़ापन तो दिखता ही है साथ ही बच्चे जिददी भी हो जाते हैं।
नहीं होता मानसिक विकास (no mental development)
effect of mobile on mental health : ऐसा देखने में आया है कि जिन बच्चों को मोबाइल की लत होती है उनका मानसिक विकास भी प्रभावित होता है। ऐसा होता इसलिए है क्योंकि छोटे बच्चों में सीखने की प्रवृति काफी तेज होती है। बच्चों से जितना आप बात करेंगे। जितना सही गलत बताएंगे उतना ही बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह बेहतर होता है। लेकिन मोबाइल देखने वाले बच्चे लोगों से ज्यादा बात नहीं करते। जिसके कारण उनकी सीखने की प्रवृत्ति प्रभावित होती है। बच्चों का मानसिक विकास भी प्रभावित होता है।
नही कर पाते फोकस (can not focus)
lack of focus from mobile : ज्यादा मोबाइल देखने वाले बच्चों का किसी एक काम पर फोकस नहीं रह पाता। उनका दिमाग भटकने लगता है। ऐसा होने पर बच्चों की पढ़ाई के साथ ही जीवन में आंगे बढ़ने की संभावना भी कम हो जाती है।
सिर और गर्दन में दर्द (head and neck pain )
healthy spread through mobile : मोबाइल देखने वाले बच्चों के आंख मे तो प्राब्लम होती ही है साथ ही बच्चों के सिर और गर्दन में भी दर्द की समस्या देखने को मिलती है। एक शोध के अनुसार मोबाइल रेडिएशन की वजह से बच्चों को न्यूरोलॉजिकल डिसआर्डर की समस्या भी देखने को मिलती है।