Danger due to vein blockage : नस ब्लॉक होने से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा, जानिए क्यों होती नस ब्लॉक और क्या है ईलाज
एक समय वह भी था जब हार्ट, शुगर और नस ब्लॉक की समस्या से पीड़ित मरीजों की संख्या देश में न के बराबर थी। लेकिन अब इन बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में काफी तेजी के साथ इजाफा हुआ है। इन बीमारियो ंमें से एक बीमारी है नस की बीमारी या नस ब्लाक की समस्या। नसों का काम शरीर के सभी अंगो तक ब्लड और पोषक तत्वों को पहुंचाना होता है। किसी कारण से अगर नसें सही तरीके से काम करना बंद कर दे तो शरीर के अंगो में ब्लड और पोषकतत्व नहीं पहुंच पाते। जिससे हमारे शरीर के अंग प्रभावित होते हैं।
क्या है नस ब्लॉक के कारण
Danger due to vein blockage : नस ब्लॉक के कई कारण होते हैं। यहां हम आपको नस ब्लॉक होने के कारणों के बारे में बताएंगे। नसों के ब्लॉक होने के कई कारणों में से सबसे अहम कारण जो है वह है मोटापा। वजन बढ़ने पर व्यक्ति की नसों में गंदा कोलेस्ट्राल जमा हो जाता है। जिससे व्यक्ति का ब्लड सर्कुलेसन सही नहीं रहता। इसके अलावा खानपान सही न होना, धूम्रपान और शराब पीना, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्राल, उम्र, कई घंटो तक लगातार बैठ कर काम करना, पैर की बीमारी या चांट, विटामिन बी कॉम्पलेक्स और विटामिन बी 12 की कमी के कारण व्यक्ति की नसें ब्लॉक हो जाती है।
क्या है लक्षण (symptoms)
Danger due to vein blockage : जब नस ब्लॉक होना शुरू होती है या ब्लॉक हो जाती है तो हमारे शरीर को कई तरह के संकेत मिलते है। ये संकेत व्यक्ति को इशारा करते हैं कि उसकी एक या एक से अधिक नसें ब्लॉक हो चुकी है। इन संकेतों को समझ कर व्यक्ति समय पर चिकित्सकीय परामर्श से अपना ईलाज शुरू कर सकता है।
1 जब व्यक्ति की बॉडी में नस ब्लॉक की समस्या देखने को मिलती है तो उसके एक पैर में दर्द होना शुरू हो जाता है। यह दर्द विशेष रूप से पिंडली या जांच में होता है।
2 नस ब्लॉक होने पर पैर में सूजन की समस्या देखने को मिलती है
3 कई बार सीने में दर्द की समस्या भी देखने को मिलती है। इसे इग्नोर न करें तो बेहतर होगा।
4 सबसे बड़ा लक्षण यह है कि शरीर के एक अंग की तरफ कमजोरी या सुन्नपन की समस्या देखने को मिल सकती है। व्यक्ति को ऐसा लगेगा कि उसका एक अंग सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। सुन्नता का एहसास उस अंग में बना रहेगा।
कैसे खोलें ब्लॉक नसें (how to open block vein)
Danger due to vein blockage : चिकित्सकों द्वारा विभिन्न तरीकों से नसें खोली जाती है। लेकिन कई बार प्राकृतिक तरीकां से भी नसें खोली जा सकती है। हालांकि चिकित्सक के परामर्श से ही इन प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करना श्रेयस्कर रहेगा।
अदरक (Ginger)
ब्लॉक नसों को खोलने में अदरक की अहम भूमिका होती है। अदरक में सैलिसाइलेट एसिड पाया जाता है। इसमें पाए जाने वाले एसिटाइल सैलिसिलिक एसिड से खून को पतला करने वाली दवाएं बनाई जाती है। जब व्यक्ति में ब्लॉक नसों के लक्षण दिखाई दे तो अदरक को षुगर फ्री चाय में मिला कर पीना चाहिए। खाना में मिला कर खाने से भी काफी फायदा होता है।
हल्दी (Turmeric)
हल्दी में कुरकुमिन पाया जाता है। इसमें पाया जाने वाला कुरकुमिन खून को पतला करने का काम करता है। यह नसों की अंदरूनी परत को मजबूत करता है। जिससे होता यह है कि अगर नसों के अंदर कोई ब्लाकेज होता है तो वह घुल जाता है। नसों की ब्लॉकेज खोलने के लिए खाने में हल्दी का प्रयोग करना चाहिए या फिर शहद के साथ दूध में मिला कर भी इसे पिया जा सकता है।
एक्सरसाइज और योग (Excersize and yog)
नसों की ब्लॉकेज को दूर करने के लिए एक्सरसाइज काफी मददगार साबित होता है। एक्सरसाइज और योग की मदद से व्यक्ति का रक्त प्रवाह सही रहता है। एक्सरसाइज और योग अगर नियमित तौर पर किया जाय तो इससे नसों के ब्लॉकेज की समस्या दूर हो जाती है।
इनसे भी होता है फायदा
उक्त उपायों के साथ ही कुछ और तरीकों को अपनाकर बंद नसों को खोला जा सकता है। जीरा पानी, काजू, मुलेठी, चेरी का सेवन करने से बंद नस खोली जा सकती है।