Child Mouth Ulcers : इन पोषक तत्वों की कमी के कारण बच्चों के मुंह में आते हैं छाले, आखिर क्या है ईलाज
Child Mouth Ulcers : बच्चों के मुंह में छाले होना कोई नई बात नहीं है। कई बार बच्चों के मुंह में छाले आते हैं और कुछ समय बाद खुद ही ठीक हो जाते है। समस्या तब षुरू होती है जब मुंह के छाले लंबे समय तक बने रहे और ठीक न हो। यह समस्या तब और बड़ी हो जाती है जब मुंह के छाले के कारण बच्चा सही तरीके से न तो खा ही पाता है और न ही कुछ पी पाता है।
Child Mouth Ulcers : विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों में छाले की समस्या होने के वैसे तो कई कारण है, लेकिन सबसे अहम कारण विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड की कमी है। इन विटामिन्स की कमी के कारण बच्चां के मुंह में छाले हो जाते है। कई बार ये अपने आप ठीक हो जाते हैं इसमें कुछ करने की जरूरत नहीं होती। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से यह बताएंगे कि अगर कई दिनों बाद भी बच्चों के मुंह के छाले ठीक न हों तो क्या करना चाहिए।
क्या है कारण (Child Mouth Ulcers)
1. कई बार खाते समय या किसी अन्य कारण से बच्चों का जीभ या तालू कट जाता है। समय पर अगर इसका ईलाज न किया जाय तो यह छाला बन जाता है।
2. सही तरीके से अगर बच्चा दांतो और जीभ की जब सफाई नहीं करता है तो यह समस्या छाले का रूप धारण कर लेती है।
3. बाहर का खाना या पैकेट फूड के कारण भी छाले बन जाते हैं।
4. अगर किसी व्यक्ति को छाला है और छाले से पीड़ित व्यक्ति बच्चे के संपर्क में आता है तो बच्चों में छाले होने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या है छालों का ईलाज (Mouth Ulcers Treatment)
Child Mouth Ulcers : बच्चों का छाला अगर ठीक नहीं हो रहा हो तो उसे चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए। चिकित्सक छाले की स्थिति और जांच करने के बाद मल्हम या मेडिसिन के काध्यम से ईलाज करता है। यह तो हुई चिकित्सक की बात। यहां हम आपको कुछ ऐसी सावधानियां और उपचार बताएंगे जिससे काफी हद तक छालों के ठीक होने की संभावना बढ जाती है।
1. बर्फ की सिकाई करने से बच्चों को छाले (Child Mouth Ulcers) से राहत मिल जाती है। लेकिन यहां यह बात ध्यान रखने की जरूरत है कि बच्चे की उम्र बहुत कम न हो। नहीं तो बच्चों को ठंड लगने का खतरा बना रहता है। इसलिए सावधानी जरूरी है।
2. कई बार पानी की कमी से भी बच्चों में छाले हो जाते हैं। इसलिए बच्चों को पानी पिलाते रहे। जिससे बच्चों में पानी की कमी की पूर्ति हो जाए। पानी की कमी दूर होने पर छाला स्वतः ही ठीक हो जाते हैं।
3. बाहर के खाना आयली बहुत होता है। इसके अलावा पैकेट में मिलने वाली कई खाने की चीजें नुकसानदायक होती है। इसलिए बाहर का खाना बच्चों को नहीं देना चाहिए। जिससे छाला नहीं होता और अगर है तो जल्दी ठीक हो जाता है।
4. शहद को एक गुणकारी औषधी माना जाता है। शहद को मुंह के छालों में लगाने से बच्चों को छाले से राहत तो मिलती ही है साथ ही छाला भी ठीक हो जाता है।
5. दही में मौजूद लैक्टिक एसिड छालां के बैक्टीरिया को समाप्त कर छालों को ठीक करता है।