benefit of wood apple for health : पेट की बीमारियों के लिए अमृत के समान है बेल, जानिए क्या है इसके सेवन का तरीका
benefit of wood apple for health : आयुर्वेद में बेल को अमृत औषधि के समान माना गया है। पेट की बीमारियों को दूर करने और इनमें राहत प्रदान करने में बेल का फल काफी उपयोगी साबित होता है। आज के समय में अधिकतर लोग इसका उपयोग भूलते जा रहे हैं। आज भी गांव में इस फल का उपयोग कर लोग अपनी पेट से जुड़ी बीमारियों का ईलाज करते हैं। चरक संहिता का एक सूत्र है ’बिल्वं सांग्रहिक दीपनीय वात कफ प्रशमनानाम’ अर्थात एक साथ अनेक रोगों पर नियंत्रण करना बेल की अदभुत योग्यता का प्रतीक है। बेल के वृक्ष के पत्तों जिन्हें हम बेलपत्र कहते है उससे भगवान शिव की पूजा की जाती है।बेल की पत्तियों, पेड़ तो काम आता ही है इसका फल यानी कि बेल तो शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी (benefit of wood apple for health) है। यह विडंबना ही है कि समय के साथ इसका उपयोग लोग भूलते जा रहे हैं। आज हम आपको इस आलेख के माध्यम से बेल खाने से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे। साथ ही इससे किन बीमारियों को ठीक किया जा सकता है इस बारे में भी विस्तृत तौर पर जानकारी देंगे।
अतिसार (diarrhea)
benefit of wood apple for health : बेल का सेवन करने से अतिसार की बीमारी में राहत मिलती है। अतिसार को डायरिया के नाम से भी जाना जाता है। इसमें बच्चे को बार-बार मल त्यागना पड़ता है। यह बीमारी बड़ों के साथ ही बच्चे को भी होती है। इस बीमारी से पीड़ित मरीज परेशान हो जाता है और उसे वीकनेस भी हो जाती है। कई बार मल त्यागने के साथ ही रक्त भी आने लगता है। इस बीमारी को दूर करने के लिए सूखे बेल का चूर्ण बना कर रख लें। इसके बाद चार रत्ती से दो ग्राम चूर्ण का सेवन तीन बार छाछ या पानी के साथ करने से अतिसार की बीमारी से राहत मिलती है। बच्चे को सूखे बेल को पानी में घिसकर देना लाभदायक रहता है।
पाचन करता है बेहतर
benefit of wood apple for health : आयुर्वेद के अनुसार बेल पाचन में काफी कारगर है। यह पाचकाग्नि को बढ़ाता है। जिससे खाना आसानी से पच जाता है और पेट की बीमारी नहीं होती।
पेचिस (dysentery)
benefit of wood apple for health : बेल का उपयोग पेचिस की बीमारी को दूर करने में भी किया जाता है। बेल के कच्चे फल को आग में भूनने के बाद ठंडा होने पर उसके गूदे को तकरीबन एक गिलास पानी में भिगो देना चाहिए। सुबह के समय गूदे को मसल कर छान लेना चाहिए। इसके बाद इसे पी लेना चाहिए। ऐसा करने पर पेचिस से आराम मिलता है। एक तोला गुण को एक तोला गूदे के साथ मिला कर सुबह और शाम के समय खाने से पेचिस से राहत मिलती है।
आंख के लिए उपयोगी
benefit of wood apple for health : बेल के गूदे को मिश्री के साथ मिला कर अगर खाया जाय तो इससे आंखो को काफी लाभ मिलता है। बेल के शर्बत को शाम के समय पीने से आंखो में धुंधलापन या कमजोरी की समस्या दूर होती है।
कान दर्द (Ear pain)
बेल के गूदे को तिल के तेल में मिला कर अच्छी तरह से पका लेना चाहिए। इसके बाद इसे छान लेना चाहिए। इस छने हुए तरल पदार्थ की दो बूंद की मात्रा सुबह और षाम के समय कान में डालना चाहिए। ऐसा करने से कान के दर्द में आराम मिलता है।
बवासीर (Hemorrhoid)
benefit of wood apple for health : बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज को बहुत तकलीफ होती है। कई बार काफी ईलाज कराने के बाद भी मरीज को फायदा नहीं मिलता। बवासीर में बेल काफी फायदा देता है। बेल का रस पीने से बवासीर के मस्से सूख जाते हैं। मरीज को इससे आराम मिलता है।
सिरदर्द (headache)
benefit of wood apple for health : बेल के पेड़ की सूखी जड़ को सिल पर पानी से घिसकर माथे पर लगाने से सिरदर्द में आराम मिलता है। दिन में तीन बार इस लेप को लगाने से काफी राहत मिलती है।
मसूढ़ों में सूजन (swollen gums)
benefit of wood apple for health : पचास ग्राम बेल के षरबत को दूध के साथ मिला कर पीने से मसूढ़ों में सूजन और दर्द से राहत मिलती है। यहां ये ध्यान देने की जरूरत है कि षरबत को घूंट-घूंट कर ही पीना चाहिए।
डायबिटीज (diabetes)
benefit of wood apple for health : खाना खाने के बाद पानी के साथ बेल के जड़ के चूर्ण को खाने से डायबिटीज में आराम मिलता है। जरूरत है तो केवल नियमित तौर पर इसका सेवन करने की। पुराने से पुराने मधुमेह की बीमारी को ठीक करने में यह कारगर है।