Phobia Symptoms : किसी चीज से ज्यादा डरना कहलाता है फोबिया, जानिए कैसे इस बीमारी से पाए निजात
Phobia Symptoms : किसी चीज, बात या व्यक्ति या परिस्थिति से डरना एक सामान्य लक्षण है। लेकिन अगर यह डर अगर बइुत अधिक हो जाए तो यह एक बीमारी का रूप ले लेता है। यह बीमारी फोबिया कहलाती है। सामान्य डर कोई बड़ी बात नहीं है। समस्या तो तब होती है जब यह डर लोगों के मनोमस्तिश्क को प्रभावित करने लगता है। जब कोई डर असमान्य रूप से अधिक लगने लगता है तो यह फोबिया कहलाता है। यह एक चिंता विकार होता है। मनोवैज्ञानिक तरीके से या फिर मनोचिकित्सकों द्वारा इसका ईलाज किया जाता है। लेकिन कुछ प्रयासों से आप खुद ही इस बीमारी से निजात पा सकते हैं।
Phobia Symptoms : हालांकि फोबिया के डर को काल्पनिक माना जाता है। फोबिया से पीड़ित व्यक्ति को डरने वाली चीज स्थिति का सामना करने के बारे में सोच कर ही डर लगने लगता है। व्यक्ति ंसंबंधित चीज या वस्तु के बारे में कल्पना करके ही डरने लगता है। फोबिया को इस तरह से समझिए कि जैसे कि एक आम आदमी आग से डरता है कि कहीं वह जल न जाए। इसीलिए वह आग से बचता है। यह डर सामान्य बात है। लेकिन ऐसा व्यक्ति जो कि फोबिया से पीड़ित है वह व्यक्ति आग की कल्पना करने से ही डरने लगता है। आग देख कर तो वह चिल्लाने लगता है या फिर बेहोश हो जाता है। इस असमान्य डर को ही फोबिया कहा जाता है। कई बार यह ड़र इतना अधिक बढ़ जाता है कि व्यक्ति की सामान्य दिनचर्या प्रभावित होने लगती है।
डर के प्रकार
Phobia Symptoms : हम आपको आज डर के कुछ प्रकारों के बारे में बताने जा रहे हैं। छिपकली, कीडे़ मकौडों का डर कुछ लोगो में बहुत होता है इस डर को अरैक्नफोबिया कहा जाता है। इसी प्रकार जर्म के डर को मिसोफोबिया, इंजेक्शन के डर को ट्राइपैनोफोबिया, कुत्तों से डर को साइनोफोबिया, अंधेरे से डर को नैक्टोफोबिया, उड़ान से डर को एरोफोबिया, एस्ट्रैफोबिया, खुली जगहों या भीड़-भाड़ वाली जगहों को अगोरोफोबिया और रंगो से ड़र को क्रोमोफोबिया कहा जाता है। इसके अलावा पानी, आग, जानवरों, बिजली, सेक्स, सार्वजनिक स्थानों में बोलने का डर भी फोबिया के अंतर्गत ही आते हैं।
Phobia Symptoms : कहने का तात्पर्य यह है कि अगर किसी व्यक्ति को किसी बात से अत्यधिक डर लगता है तो वह फोबिया से पीड़ित है। कुछ लोग शर्मीले स्वभाव के होते हैं और कुछ लड़कां को लड़कियों से बात करने में भी ड़र लगता है। लड़कियों के सामने आते ही इनका मुंह सूख जाता है। हांथ, पैर कांपने लगते हैं। पसीना आने लगता है। दिल की धड़कन असमान्य रूप से बढ़ने लगती है। कई बार तो चक्कर भी आ जाता है। यही हाल कुछ लड़कियों के मामले में भी देखने को मिलता है। सार्वजनिक रूप से बोलने में भी लोगों में यह ड़र देखा जाता है।
क्या है लक्षण
Phobia Symptoms : जब व्यक्ति फोबिया से पीड़ित होता है तो उसमें कई तरह के लक्षण दिखने लगते हैं। इसे पहचान कर घर के व्यक्ति या कोई भी इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि व्यक्ति फोबिया से पीड़ित है या नहीं। विशेशज्ञों के अनुसार फोबिया से पीड़ित व्यक्ति अत्यधिक तनाव में रहता है। इसके अलावा बेचैनी, पसीना आना, परिस्थिति को देख कर या उसके सामने आने पर भागना, सिर में भारीपन आना, दिल की धड़कन बढ़ना, सांस तेज हो जाना, चक्कर आना आदि कुछ फोबिया के सामान्य लक्षण है।
क्या है उपचार
1. जब भी आपका अपने ड़र से सामना हो तो ऐसी स्थिति में अपने दिमांग को शांत रखने का प्रयास करें। सांस तेज होने की स्थिति में सांस को अपने पेट के अंदर-बाहर करें। इससे आप खुद पर नियंत्रण पा सकेंगे।
2. डर का सामना करना डर को दूर करने का बेहतर तरीका है। छोटे-छोटे प्रयासों से इसकी शुरूआत करे। अगर आपको उचाई से ड़र लगता है तो आप अपने साथ किसी को छत में ले जाएं। मानसिक रूप से खुद को मजबूत करे। इसके बाद अपने साथ रहे व्यक्ति का हांथ पकड़ कर छत के नीचे देखे। धीरे-धीरे डर दूर हो जाएगा।
3. अपने दिमाग में अपने डर की कल्पना करते हुए इसका सामना करने के बारे में सोचे। आप अपने दिमाग में सोंचे की आप अपने डर से नहीं डर रहे हैं। आप उसका सामना कर रहे हैं। डर को खुद पर हावी नहीं होने दे रहे हैं।
4. काफी प्रयासों के बाद भी अगर आपका फोबिया दूर नहीं हो रहा है तो चिकित्सक के पास जाएं। काउसलिंग या अन्य चिकित्सकीय प्रयासों से इसे दूर किया ज सकता है। यह बात ध्यान रखने की जरूरत है कि फोबिया को दूर करने में पारिवारिक सपोर्ट बहुत जरूरी होता है।