sleep on during pregnancy : प्रेगनेंसी में किस करवट सोयें इसका भी ध्यान रखना है जरूरी, लापरवाही पड़ सकती है भारी
which side to sleep on during pregnancy : गर्भावस्था हर महिला के लिए एक खूबसूरत एहसास होता है। जैसे ही महिला को अपने प्रेगनेंट होने का पता चलता है उसके मन में कई तरह के सवाल शुरू हो जाते है। ऐसे में महिला गूगल या सोसल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म से जानकारी एकत्रित करने लगती है। कई बार तो वह खुद परेशान हो जाती है कि आखिर सही जवाब है क्या। वह क्या करे और क्या न करे। कई बार तो महिला के दिमाग में यह प्रश्न आता है कि प्रेगनेंसी में किस किस करवट में सोना फायदेमंद होता है। जिससे महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को इसका फायदा मिले।
क्यों जरूरी है सही दिशा
sleep on during pregnancy : गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में महिला के पेट का आकार बढ़ने लगता है। इसलिए प्रेगनेंट महिला को बाई करवट की तरफ सोना चाहिए। विशेशज्ञ चिकित्सकों की माने तो बाई करवट सोने से गर्भ में खून की सप्लाई पर्याप्त होती है। खून की सप्लाई जब सही तरीके से होगी तो इसका फायदा गर्भ में पल रहे बच्चे को होगा और उसका विकास सही तरीके से होगा। हालांकि अगर बाई तरफ करवट बदल कर न सोने से इसका नुकसान होगा यह जरूरी नहीं है। एक्सपर्ट की माने तो बाई तरफ करवट बदल कर सोने से फायदा जरूर होगा।
पीठ के बल न सोए
sleep on during pregnancy : विशेशज्ञों की माने तो गर्भावस्था के दौरान पीठ के बल नहीं सोना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान जैसे-जैसे समय बढ़ता जाता है वैसे-वैसे समस्या बढ़ती ही जाती है। पीठ के बल सोने से गर्भासय का दबाव कमर, रीढ़ की हड्रडी और आंतो पर पड़ता है। जिसके कारण सही तरीके से रक्त संचार नहीं हो पाता। इसका परिणाम यह निकलता है कि मांसपेशियों में दर्द या क्रैप की समस्या हो सकती है।
लगाए तकिया
sleep on during pregnancy : बाई तरफ सोने से घुटनों के बीच तकिया लगा कर सोने से आराम मिलता है। कितने तकिया लगाने चाहिए यह महिला की आरामदायक स्थिति पर निर्भर करता है। तकिया लगा कर सोने से पेल्विक एरिया के ब्लैडर, यूरेटस, वजाइना के मांसपेशियों मे दबाव कम होता है। इससे महिला को आराम मिलता है और उसे सोने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती।
आराम करना है जरूरी
sleep on during pregnancy : गर्भावस्था के दौरान आराम करना तो जरूरी है ही साथ ही कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जिसमें कोशिस करें कि गर्भस्थ महिला सुबह जल्दी उठे। ब्रीदिंग एक्सरसाइज करे, किताबों को पढ़ने से मानसिक स्थिति बेहतर रहती है। तनाव नहीं आता और मन में सकरात्मक भाव बना रहता है। प्रेगनेंट महिला के लिए यह बहुत फायदेमंद होता है। मॉर्निंग वाक करने से प्रेगनेंट महिला को काफी फायदा मिलता है।